राम नाम का मोती चुहनो जीवन के माला में भननो
जीवन अपना भवि बनालो राम नाम का अमरत पालो पार लगेगी जीवन नौका अब भी समय है सुन्दर मौका त्याग दे तू सारी मन मानी कह गए बड़े बड़े ली ज्यानी
राम के नाम को जो भी जपता जीवन का मोती चुहनो जीवन के माला में भननो
हर सुख हे मिलता राम के नाम बड़ा ही फ्यारा सुमर सुमर भवक रोपारा ज्यान का सच्छा द्वार यही है जीवन का आधार यही है सब का पालन हार यही है जीत यही है हार यही है
दो अक्षर का नाम
राम के नाम की महिमा जानो राम नाम को तुम पहचानो
राम बिना नही चनती नैया राम ही नैया के है चनैया राम बिना उदार न होता भव सागर से पार न होता
ոुबह शाम जो भी ध्याता है राम नाम को जो गाता है नाम कभी न डूबि उसकी राम में होती भक्ती जिसकी
राम का मृत जिसने पाया पास नाए दुख की छाया बदल जाये उसकी तोकाया
जो भी राम की शरण में आया तुलसी दास शरण में आया रामायण महकावि रचाया अपना जीवन सफल बनाया रभु राम का धर्शन पाया
राम ही भक्ती राम ही शक्ती राम बिना नहीं मिलती मुक्ती राम ही सिवा राम ही पूज़ा राम बिना नहीं कोई दूज़ा
कणकण में है राम की छाया राम ही मोह राम ही माया राम ही सुभव राम ही शाम जपते रहिये राम का नाम
राम जगत के खेवन हारे आता है जो राम के द्वारे राम जिदेते उसको सहारा दूपानों में ये ही किनारा
राम ही सुख है राम ही दुख है राम ही स्विष्टी में सब कुछ है राम बिना सारा जग में क्या केवन राम का नाम है सच्चा
जिसने राम का नाम जपा है उसका जग में मान बढ़ा है
वाल्मीक और तुलसी दास दुन्यारे
राम के प्रेमी बजरंग बाला सिन्दूरी सब तन रंग डाला राम के प्रीत में खोया
राम के प्रेमी बजरंग बाला सिन्दूरी सब तन रंग डाला राम के प्रेमी बजरंग बाला
राम बने है जिसके सहारे वो प्राणी जग में नाहारे मर्यादा में जीना सिखाए सबके मन में राम समाए सबसे उत्तम एक ही नाम मर्यादा पुर्शोत्तम राम
राम प्रिपा जिसको मिलती है उसकी हर विश्वान
राम प्रिपा जिसको मिलती है उसकी हर विश्वान
राम प्रिपा जिसको मिलती है उसकी हर विश्वान
राम प्रिपा जिसको मिलती है उसकी हर विश्वान
राम प्रिपा जिसको मिलती है उसकी हर विश्वान
राम प्रिपा जिसको मिलती है उसकी हर विश्वान
राम प्रिपा जिसको मिलती है उसकी हर विश्वान
राम प्रिपा जिसको मिलती है उसकी हर विश्वान
राम ही सागर और समंदर
राम ही मन में राम ही तन में राम बसे सब के जीवन में
राम बिना कुछ भी नहीं हल है राम ही आज है राम ही कल है
राम ही सुख है राम ही दुख है राम ही सुष्टी में सब कुछ है
राम क्रिपा को जो भी पावे जीवन का हर क्लेश मिठावे राम नाम संदीवनी बोटी राम की करके देख लो भक्ते गुण देते अब गुण हर लेते भक्त जो चाहे वो वर देते
राम नाम अन्मोल रतन है सबसे बड़ा राम ही धन है
जिसके पास ये धन होता है धन बड़ा वो जन होता है जन जन का है ये हितकारी जय हो आपकी अवध बिहारे
अवध पुरी के राम प्रभू की रिदय
राम नाम तो तभी न भूलो सचे मन से चरण को छूलो पत्थर को पारस कर देते
राम प्रभू सब दुख हर लेते
राम ही करे लेते
राम करवाए राम हसाए राम रुनाए
छोड़ दे नईया राम सहारे
राम ही सब को पार उतारे
आंधी आए तूपाए
चाहे जितना मन घबराए
नाम कभी वो डूब न पाए
जिसको राम जिपार लगाए
सारे जग का एक हिसार
सब का एही पालन हार
जिसने मन से इन्हे कुपारा
देने आते हैं ये सहारा
सब के सहाई हैं रघुराई
भक्तों पर करते करुणाई
करुणा मर है देने दयाना
सब का राम ही है रखवाना
जिसने राम नाम गुण गाई
अन्त में उसने सद्गति पाई
मन मंदिर में राम बसानो
इस जीवन को धन्य बनानो
सारे ही संताप मिठाते
जीवन का हर पाप मिठाते
आजा प्राप्ति
आणि इनकी शरण में
दूबे हुँ को ये ही बचाते
राम शरण किसमत से मिलती
जीवन की बगिया ये खिलती
जो बसते हैं राम के मन में
आते वही हैं राम शरण में
छोड़के मनवा जगत ये सारा
देख लिया कर
तुझ पर किर्पा राम करेंगे
अपनी शरण में तुझ को लेंगे
अपनी किसमत के पट खोलो
जब भी भोलो राम ही बोलो
राम सत्य बापी सब जूठा
राम नाम है वड़ा अनूठा
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