नप्या लोटा जैसा कि जिफाई
बोली है
नतिया बहाना से बोले हैं सचे
आशो के होली सती कैलास बेकारी जब
गैनी हाँ कर दालाने पा
रगाबा टला ही में मराना सरे
गुटावा लोटा चाला के समाने पा
पर लोटी चारो है बहुते होती निके लागे लागे ले
रहे चसमा उड़ीन के छुछुन नरा आन हो भोईल बाख
बाख भे
फिलम बहुती,
तॉभापी फिलम के पाव किती
रंगावा दोला ही में मौरा लोग सोरे,
मौटा लोड चाला के समालेब
दोला ही में मौरा लोग सोरे,
मौता लोड चाला के समालेब