सखिया रे घरवा के हम बात का बताईया पौन
नीललबा देवरा हमरा सरवा एक नमर के घौपान
लेके पिचकारी घर में दूसे लाच टौक के
भोलीया में चोलिया हमर रंगले वापा टौक के
जगह कु जगह रगडले वा पुलवना भले लटौक के
पोलिया में चोलिया ए कोरो रोगो लेवा पोटो किके
जगा हकु जगा हरो कोड़ो लेवा पुलावा ना भॉइल लटो किके
बाउजी बाउजी कहके हमारा ए अपना लोग
बोलाई ले लाके बाणि में हरी आई सन सीना से सटाई ले
भाउजी भाउजी कहके हमारा ए अपना लोग
बोलाई ले लाके बाणि में हरी आई सन सीना से सटाई ले
धाग दिहले बल्टी से रग वास आया में उलट
कोड़ो
होलिया में छोलिया हाँ मर रंग लेवा पटक के
जगा हकु जगा हरा गड़ा लेवा फुलावा ना भाई ले लटक के
होलिया में छोलिया हाँ मर रंग लेवा पटक के
जगा हकु जगा हरा गड़ा लेवा फुलावा ना भाई ले लटक के
होलिया में छोलिया हाँ मर रंग ले लेवा पटक के
बाउर बाय दतिया दतिया क्टले बावे गाल पो
बाडी खिस बड़े सक खिरे धीर अज केचाल पो
बाउर बाय दतिया दतिया क्टले बावे गाल पो
बाडी खिस बड़े सक खिरे धीर अज केचाल पो
खिस बड़े सखी नंदन के चाल पड़
देवड़े ले पड़ सखी फाइदा पियावा के हाँ के के
होलिया में चोलिया हाँ मर रंग लेवा पटक के
जगह को जगह रघण लेवा खुलवना भाई ले लटक के
होलिया में चोलिया हाँ मर रंग लेवा पटक के
जगह को जगह रघण लेवा खुलवना भाई ले लटक के