कैसी सजाई
मिल जाती प्यार में फासी घुट कुट के जीड़ा ये कैसी सजाई
किया जो प्यार तुझे मिली जो सजा ये वही वजा है
मिल जाती प्यार में फासी घुट कुट के जीड़ा ये कैसी सजा है
किया जो प्यार तुझे मिली जो सजा ये वही वजा है
आओ ना दिल की मैं तुछ को सुनना दू खरता हूं प्यार तुझे मिलके मैं तुछ को जता दू
आओ ना दिल की मैं तुछ को सुनना दू खरता हूं प्यार तुझे मिलके मैं तुछ को जता दू
करती थी प्यार जो फिर से आके तू मुझको जता दे
वादा जो करना तुने आके तू जाना फिर से निभा दे
होकर ये दूर तू ऐसे ना मुझको तू सजा दे
है कमी क्या प्यार में मेरे मुझको बता दे
प्यार के बदले ऐसे ना मुझको तू सजा दे
कह दू यादों में कर भी मुझको तूरी हादे
जी नहीं पारा मैं मरने तेरी आदे ना दे
कास सुना पाता तुझे मैं
दिल की वो बात जो दिल में रह गई
जीवन बर रहेंगे साथ
कस में जो खाई तूने और अदूरे हम डह गए
आओ ना दिल की मैं तुझको सुना दूँ
करता हूँ प्यार तुझे मिलके मैं तुझको जटा दूँ
आओ ना दिल की मैं तुझको सुना दूँ
करता हूँ प्यार तुझे मिलके मैं तुझको जटा दूँ
तेरी यादों में तलबा में ना जानी कब से