शंकरा
ओ मेरे शंकरा
मैं तेरा, तू मेरा, मैं तेरा हूँ
सिंदगी जो तूने जो दी
हर पल मेरा खास हुआ
तेरा हूँ मैं, मेरा है तू
तेरा हर एक सास हुआ
मुझे को मिला ले, खुद में बोले
मैं से वक्त तू दाता है
मैंने सुना तू बर देता जो
काली जोली लाता है
शंकरा, ओ मेरे शंकरा
मैं तेरा हूँ
तू मेरा, मैं तेरा हूँ
पाडो में तू बैठा है
कोई ना जाने तू कैसा है
जैसा बसा मेरे वाले
मन में क्या बिल्कुल तू वैसा है
मैंने ढूटा मंदिर में
पर तू मुझे को पाया ना
कैसे समुझूं तुझे को बोले तू
समझ किसी को आया ना
शंकरा, ओ मेरे शंकरा
ओ मेरे शंकरा, ओ मेरे शंकरा
शंकरा, ओ मेरे शंकरा
मैं तेरा तू मेरा, मैं तेरा मुझे
हो हो
चटा नवी कल चल प्रवाह पाविता
सलिंगले मलंग लंबिता
ओ जम्रतों कमाली कम्ड मट्ड मट्ड मट्ड मण्ड
नाद वट्ठ मायवयं शकार, चंद कांडवं
अनोतना हशिवा हशिवं
मुझे को मिला ले, खुद में ओ बोले
मुझे को तेरा होना है
मेरा वजूद ना दुनिया में है
मैं मिठ्ठी तू
तुझसे मिलकर हो जाओं तुझसा ऐसा मुझको वर दोना
सांस सांस तेरा नाम चले ऐसा कुछ तो कर दोना
शंक्रा ओ मेरे शंक्रा मैं तेरा तू मेरा मैं तेरा मुझ हूँ
चटा नगी कल अचल प्रभाह पाविता सले गले वलंग लंबिता
वो जंग तूं कमालिकं रमण
मत्र मन्र मन्र मन्री नाद मत्र माई मायं शकार चंद तान्दा
मंगं रोखू न हशिमा हशिमा