नाम हिमक शिव शंकरदानी वह जता सौंभारा
वह जता सौंभारा
माथ रहे
माथ रहे चंदा उतही बसे गंगा
माथ रहे चंदा उतही बसे गंगा
तीन नयन सों देखे जग देखे
भस्मल पल शिवकाला सापक लटकै माला
बागंबर एक अंगन ढूले पदन मेरू त्रक माला
बागंबर एक अंगन डूले पदन मेरू त्रक माला
अध्यक्ष अध्यक्ष
धरती मन्धन में विषयमृत जन में
धरती मन्धन में विषयमृत जन में
अमरित सबके पिस सबदिसके तीलक शिव बंगोला खैने धोनक गोला
मीला कंध भिनक विषलागे नाम पडल तैशेवाला
भवि जटा सुभाना
नाम हिनक शिव शंकरदानी
वह है जटा सुभाना
भवि जटा सुभाना