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Prem Prakash Dubey
Shree Durga Maa 108 Naam

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श्री दुर्गा देव्याई नमः
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शतनाम
भक्त जनु जगजन्नी मा दुर्गा जी के
108 नामों का जप करती है
ओम दुम दुर्गा यै नमः
ओम दुर्ग तिहरा यै नमः
ओम दुर्गा चलनिवासिन यै नमः
ओम दुर्ग मारगानु संचारा यै नमः
ओम दुर्ग मारग निवासिन यै नमः
ओम दुर्ग मारग प्रविष्टा यै नमः
ओम दुर्ग मार्ग प्रवेशिन्य नमः
ओम दुर्ग मार्ग कृतावासाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग जयप्रियाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग गृहीतार्चाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग स्थितितात्मिकाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग स्थुतिपराय नमः
ओम दुर्ग मार्ग स्मृतिपराय नमः
ओम दुर्ग मार्ग सदास्थाल्य नमः
ओम दुर्ग मार्ग रतिप्रियाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग स्थलस्थानाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग विलासिन्य नमः
ओम दुर्ग मार्ग त्यक्तवस्त्राय नमः
ओम दुर्ग मार्ग प्रवर्तिन्यै नमहा, ओम दुर्गासुर निहंत्यै नमहा, ओम दुर्गानिशूदिन्यै नमहा, ओम दुर्गासुर हरायै नमहा, ओम दूत्यै नमहा, ओम दुर्गासुर विनाशिन्यै नमहा,
ओम दुर्गासुर वधोनमत्ताय नमहा, ओम दुर्गासुर वधोत्सुकाय नमहा, ओम दुर्गासुर वधोत्साहाय नमहा, ओम दुर्गासुर वधोत्यताय नमहा,
ओम दुर्गासुर वध प्रेप्सवे नमहा, ओम दुर्गासुर मखान्तकृते नमहा,
ओम दुरगा सुर धण सतोषाये नमहं, ओम दुरगा तानवधारिन्ये नमहं, ओम दुरग विद्रावण कर्ये नमहं
ओम दुरग विद्रावण्ये नमहं, ओम दुरग विक्षोभन कर्ये नमहं, ओम दुरग शेर्ष निकरिन्तिन्ये नमहं
ओम् दुर्ग विद्ध्वन्सन करिये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य निक्रिंतिन्ये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य प्राण हराये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य आंतकारिन्ये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य हरत्राक्त्रिये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य आश्रि गुन्मदाये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य आशन करिये नमः
ओम् दुर्ग चरमां बराबृताये नमः
ओम् दुर्ग युध्वत्सव करिये नमः
ओम् दुर्ग युध्विशारदाये नमः
ओम दुर्ग युद्धा सवरताये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा विमरदिन्ये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा हास्यरताये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा टहासिन्ये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा महामत्ताये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा नुसारिन्ये नमहा
ओम दुर्ग युद्धोत्सवोत्सहाये नमहा
ओम दुर्ग देश निशेविन्ये नमहा
ओम दुर्ग देश वासरताये नमहा
ओम दुर्ग देश विलासिन्ये नमहा
ओम दुर्ग देश आर्चनरताये नमहा
ओम दुर्ग मध्यानु साधना ये नमहा
ओम दुर्ग मागम संधाना ये नमहा
ओम दुर्ग मागम संस्तुता ये नमहा
ओम दुर्ग मागम दुर्ग्गे आया ये नमहा
ओम दुर्ग मुश्रुति सम्मता ये नमहा
ओम दुर्ग मुश्रुति मान्या ये नमहा
ओम दुर्ग मुश्रुति पूजीता ये नमहा
ओम्दुर्गम शुति सुप्रीताये नमहा
ओम्दुर्गम शुति हर्षदाये नमहा
ओम्दुर्गम शुति संस्थानाये नमहा
ओम्दुर्गम शुति मानिताये नमहा
ओम्दुर्गम आचार संतुष्टाये नमहा
ओम्दुर्गम आचार तूषिताये नमहा
ओम्दुर्गम आचार निवर्ताये नमः
ओम्दुर्गम प्रेम निरताये नमः
ओम्दुर्गम द्रमणप्रदाये नमः
ओम्दुर्गम आम्बुज मध्यस्थाये नमः
ओम्दुर्गमां बुजवासिन्यै नमहा, ओम्दुर्गनाडी मार्गगत्यै नमहा, ओम्दुर्गनाडी प्रचारिन्यै नमहा, ओम्दुर्गनाडी पद्मरताय नमहा, ओम्दुर्गनाड्यं बुजस्थिताय नमहा, ओम्दुर्गनाडी गतायाताय नमहा, ओम्दुर्ग
नाडी कृतास्पदाये नमः, ओम्दुर्गनाडी रतरताये नमः, ओम्दुर्गनाडी शसंस्थताये नमः, ओम्दुर्गनाडी श्वर रताये नमः, ओम्दुर्ग नाडी शचुम्बिताये नमः, ओम्दुर्गनाडी
ओम दुर्गनाड्य उठ्थित्तोचुकाये नमहा
ओम दुर्गनाड्य आरूहणाये नमहा
ओम दुर्गनाड्य निशेविताये नमहा
ओम दरिस्थानाये नमहा
ओम दरिस्थान वासिन्ये नमहा
ओम दनुजान्तकृते नमहा
ओम दरीकृत तपस्याये नमहा
ओम दरीकृत हरारचनाये नमहा
ओम दरी जापित दिष्ठाये नमहा
ओम दरीकृत रतिक्रियाये नमहा
ओम दरीकृत हरारचनाये नमहा
ओम दरीकृत पुत्रिकाये नमहा
ओम दरीसंदर्शनरताये नमहा
ओम दरीरूपित वृष्चिकाये नमहा
इति कुलार्ण वतन त्रोक्तम दकारादि श्री दुर्गा अष्टुत्तर शतनाम संपूर्णम
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शतनाम
भक्त जनु जगजन्नी मा दुर्गा जी के
108 नामों का जप करती है
ओम दुम दुर्गा यै नमः
ओम दुर्ग तिहरा यै नमः
ओम दुर्गा चलनिवासिन यै नमः
ओम दुर्ग मारगानु संचारा यै नमः
ओम दुर्ग मारग निवासिन यै नमः
ओम दुर्ग मारग प्रविष्टा यै नमः
ओम दुर्ग मार्ग प्रवेशिन्य नमः
ओम दुर्ग मार्ग कृतावासाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग जयप्रियाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग गृहीतार्चाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग स्थितितात्मिकाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग स्थुतिपराय नमः
ओम दुर्ग मार्ग स्मृतिपराय नमः
ओम दुर्ग मार्ग सदास्थाल्य नमः
ओम दुर्ग मार्ग रतिप्रियाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग स्थलस्थानाय नमः
ओम दुर्ग मार्ग विलासिन्य नमः
ओम दुर्ग मार्ग त्यक्तवस्त्राय नमः
ओम दुर्ग मार्ग प्रवर्तिन्यै नमहा, ओम दुर्गासुर निहंत्यै नमहा, ओम दुर्गानिशूदिन्यै नमहा, ओम दुर्गासुर हरायै नमहा, ओम दूत्यै नमहा, ओम दुर्गासुर विनाशिन्यै नमहा,
ओम दुर्गासुर वधोनमत्ताय नमहा, ओम दुर्गासुर वधोत्सुकाय नमहा, ओम दुर्गासुर वधोत्साहाय नमहा, ओम दुर्गासुर वधोत्यताय नमहा,
ओम दुर्गासुर वध प्रेप्सवे नमहा, ओम दुर्गासुर मखान्तकृते नमहा,
ओम दुरगा सुर धण सतोषाये नमहं, ओम दुरगा तानवधारिन्ये नमहं, ओम दुरग विद्रावण कर्ये नमहं
ओम दुरग विद्रावण्ये नमहं, ओम दुरग विक्षोभन कर्ये नमहं, ओम दुरग शेर्ष निकरिन्तिन्ये नमहं
ओम् दुर्ग विद्ध्वन्सन करिये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य निक्रिंतिन्ये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य प्राण हराये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य आंतकारिन्ये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य हरत्राक्त्रिये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य आश्रि गुन्मदाये नमः
ओम् दुर्ग दैत्य आशन करिये नमः
ओम् दुर्ग चरमां बराबृताये नमः
ओम् दुर्ग युध्वत्सव करिये नमः
ओम् दुर्ग युध्विशारदाये नमः
ओम दुर्ग युद्धा सवरताये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा विमरदिन्ये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा हास्यरताये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा टहासिन्ये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा महामत्ताये नमहा
ओम दुर्ग युद्धा नुसारिन्ये नमहा
ओम दुर्ग युद्धोत्सवोत्सहाये नमहा
ओम दुर्ग देश निशेविन्ये नमहा
ओम दुर्ग देश वासरताये नमहा
ओम दुर्ग देश विलासिन्ये नमहा
ओम दुर्ग देश आर्चनरताये नमहा
ओम दुर्ग मध्यानु साधना ये नमहा
ओम दुर्ग मागम संधाना ये नमहा
ओम दुर्ग मागम संस्तुता ये नमहा
ओम दुर्ग मागम दुर्ग्गे आया ये नमहा
ओम दुर्ग मुश्रुति सम्मता ये नमहा
ओम दुर्ग मुश्रुति मान्या ये नमहा
ओम दुर्ग मुश्रुति पूजीता ये नमहा
ओम्दुर्गम शुति सुप्रीताये नमहा
ओम्दुर्गम शुति हर्षदाये नमहा
ओम्दुर्गम शुति संस्थानाये नमहा
ओम्दुर्गम शुति मानिताये नमहा
ओम्दुर्गम आचार संतुष्टाये नमहा
ओम्दुर्गम आचार तूषिताये नमहा
ओम्दुर्गम आचार निवर्ताये नमः
ओम्दुर्गम प्रेम निरताये नमः
ओम्दुर्गम द्रमणप्रदाये नमः
ओम्दुर्गम आम्बुज मध्यस्थाये नमः
ओम्दुर्गमां बुजवासिन्यै नमहा, ओम्दुर्गनाडी मार्गगत्यै नमहा, ओम्दुर्गनाडी प्रचारिन्यै नमहा, ओम्दुर्गनाडी पद्मरताय नमहा, ओम्दुर्गनाड्यं बुजस्थिताय नमहा, ओम्दुर्गनाडी गतायाताय नमहा, ओम्दुर्ग
नाडी कृतास्पदाये नमः, ओम्दुर्गनाडी रतरताये नमः, ओम्दुर्गनाडी शसंस्थताये नमः, ओम्दुर्गनाडी श्वर रताये नमः, ओम्दुर्ग नाडी शचुम्बिताये नमः, ओम्दुर्गनाडी
ओम दुर्गनाड्य उठ्थित्तोचुकाये नमहा
ओम दुर्गनाड्य आरूहणाये नमहा
ओम दुर्गनाड्य निशेविताये नमहा
ओम दरिस्थानाये नमहा
ओम दरिस्थान वासिन्ये नमहा
ओम दनुजान्तकृते नमहा
ओम दरीकृत तपस्याये नमहा
ओम दरीकृत हरारचनाये नमहा
ओम दरी जापित दिष्ठाये नमहा
ओम दरीकृत रतिक्रियाये नमहा
ओम दरीकृत हरारचनाये नमहा
ओम दरीकृत पुत्रिकाये नमहा
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