चूड़ीला होठी बिन्दीया बाली हार का करी
जहकोत दील सदीदार का करी,
घरही नई खिपिया को सिंगार का करी
चूड़ीला होठी बिन्दीया बाली हार का करी,
जहकोत दील सदीदार का करी,
घरही नई खिपिया को सिंगार का करी,
आवेला घारे नहीं कारेला याद हो,
तोहरे इंतुजार में होता जीवन बरबाद हो,
सुनेला न बात तगुहार का करी,
घरही नई खिपिया को सिंगार का करी,
जाये प्रेमी आब,
प्रेम तोहर न नई खे,
दूख, दरद अब हम,
बताई तोह के कोई से,
जाये प्रेमी आब,
प्रेम तोहर न नई खे,
छुड़ी लहटी बिंदिया,
बालिहार का करी,
डहकोत दिल,
तोधीदार का करी,
घरही नई खिपिया, को सिंगार का करी,