What do you want to listen to?
Song
Subah Ka Bhoola Sham Ko Gar
V.A
0
Play
Lyrics
Uploaded by86_15635588878_1671185229650
तुखा का भूला शाम को गर्लोग के घर आ जाए
भूला कही यो ना उचे वो भूला ना कहलाए
वो भूला ना कहलाए
तुखा का भूला
अच्छ कड़वा है इस दुनिया में जूत का रूप सुहाना
जूत का रूप सुहाना
धोके में आ जाने
वाला दुख का बने निशाना
आती कल की आती कल की खोचे और जो बीची कल बिचराए
भूला कही यो ना उचे वो भूला ना कहलाए
वो भूला ना कहलाए
तुखा का भूला
दुनिया के रंगों में खोबे
बड़े बड़े गुन्मा
बनते देखा कभी कभी इन्चान्को भी शैतान
शैतान अगर शैतानी पर जो रो रोगे पछटाए
भूला कहियो ना उसे, वो भूला ना कहलाए, वो भूला ना कहलाए, वो सुभा का भूला चाम को, गर लोग के घर आजाए।
भूला कहियो ना उसे, वो भूला ना कहलाए, वो भूला ना कहलाए, वो सुभा का भूला।
भूला कहियो ना कहलाए, वो भूला ना कहलाए, वो सुभा का भूला।
Show more
Artist
V.A
Uploaded byThe Orchard
Choose a song to play