Nhạc sĩ: Traditional
Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650
सुख गरता दुख हरता वारता विगनाची नुर्वी पुर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुन्दर उटिशें दूराची कंथी जलके माल भुकता फलाची
जैदेव जैदेव जैदेव जैमंगल मूर्थी
दर्शन मात्रे मन कामना पूर्थी जैदेव जैदेव
रत्न कचित भरा तुझा गौरी कुमरा चंदनाची उटी कुमकुमा केशरा
भीरे जडित मुकुट शोभा तोबारा
जुन जुन तीनू पूरेच रणी घागरिया
जैदेव जैदेव जैदेव जैमंगल मूर्थी
दर्शन मात्रे मन कामना पूर्थी जैदेव जैदेव जैदेव जैमंगल मूर्थी
दर्शन मात्रे मन कामना पूर्थी जैदेव जैदेव
नम्बोधर पीतां बरफणि वर वंदना
सरल सून्ड वक्र तुन्ड त्रिनैन
दास रामाचा वाट पाहे सदना
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
जैदेव जैदेव जैमंगल मूर्थी
दर्शन मात्रे मन कामना पूर्थी
जैदेव जैदेव जैमंगल मूर्थी
दर्शन मात्रे मन कामना पूर्थी
जैदेव जैदेव जैमंगल मूर्थी
जैर्शन मात्रे मन कामना पूर्थी
जैदेव जैदेव
शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गज मुख को
दोन दिल लाल बिराजे सुत गवरी हर को
हात लिये गुड लड्डू साई सुरवर को
महिमा कहे न जाए लागत हूँ पद को
जै देव जै देव
जै जै श्री गण राज विध्या सुख दाता
धन्य तुमारो धर्शन मेरा मन रमता
जै देव जै देव
जै जै श्री गण राज विध्या सुख दाता
धन्य तुमारो धर्शन मेरा मन रमता
जै देव जै देव
अश्टाओ सिद्धी दासी संकट को बैरी
विगन विनाशन मंगल मूरत अधिकारी
कोठी सूरज प्रकाश ऐसी छबितेरी
गंड स्थल मदमस तक जूले शशिहारी
जै देव जै देव
जै जै श्री गनराज विद्या सुख दाता
घन्य तुमारा दर्शन मेरा मन रमता
जै देव जै देव
जै जै श्री गनराज विद्या सुख दाता
नन्य तुमारों दर्शन मेरा मन रमता जैदेव जैदेव
भाव भगत से कोई शर्णागत आवे संपत संपत सब ही भरपूर पावे
ऐसे तुम महराज मो को अतिभावे वो स्वामी वंदन निश दिन गुन गावे जैदेव जैदेव
जैजै श्री गणराज विद्या सुख दाता धन्य तुमारा दर्शन मेरा मन रमता जैदेव जैदेव
जैजै श्री गणराज विद्या सुख दाता धन्य तुमारों दर्शन मेरा मन रमता जैदेव जैदेव
जै जै श्री गण राज विद्या सुख दाता धन्य तुमारो दर्शन मेरा मन रमता जै देव जै देव
धालिंगलों तांगल वंदीन चरण डोल्यान पाहिन रूप तुझे
प्रेमे आलिंगिन अगंदे पूजिन भावे ओवालिन बनेनामा
त्वमेवा माता पिखा त्वमेवा त्वमेवा गन्दुष शका त्वमेवा
त्वमेवा दिध्या दर्विळंग त्वमेवा त्वमेवा सर्वं ममदेव देव आयन भाचा मन से ग्रियेर्वा
बुद्यात्मनावा प्रकृति सवावा भरोनियत्यत् सतलं परस्मैदारायणायत् सम्मर्पयामी पच्चतं केशवं राम नारायणं कृष्णनामोदरं वासुदेवं हरे जेगरं वादवं गोपी काबल्यवं जानकी नायदं राम चंत्रं हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण
गार्वाजी बंपरा
मोर्या
अंतरमूर्दी
मोर्या
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật