शाम प्यारे
तरसती है आखियां दरस को तुम्हारी
कोई रूप लेकर अब चलियाओ
कोई रूप लेकर अब चलियाओ
नहीं तो निकर जाए जान ये हमारी
सुनो क्रेश्ण प्यारे ये विनती हमारी
तरसती है आखियां दरस को तुम्हारी
हमें भी सुड़ाओ वो धुम्बा सुरी की
हमें भी लुभाओ जैसे गोपिया लुभी थी
हमें भी सुड़ाओ वो धुम्बा सुरी की
हमें भी लुभाओ जैसे गोपिया लुभी थी
गईया चिरईया सब राह देखे
कल युग में कितनी जरूरत तुम्हारी
सुनो क्रेश्ण प्यारे ये विनती हमारी
गईया चिरईया सब राह देखे
कल युग में कितनी जरूरत तुम्हारी
सुनो क्रेश्ण प्यारे ये विनती हमारी
फिरसे कहीं कोई अशोदा डाट लगाए
फिरसे कहीं कोई लला माखन चुराए
फिरसे कहीं कोई अशोदा डाट लगाए
फिरसे कहीं कोई अशोदा डाट लगाए
कहीं कोई लला माखन छुराए हमें तुम सिखा दो रिष्टे निभाना
हमें तुम सिखा दो रिष्टे निभाना बदलेगी दुनिया को लिला तुम्हारी
सुनो कृष्ण प्यारे ये विनती हमारी तरस्ती है अखिया दरस को तुम्हारी
प्रेम में राधार राधा के कृष्ण
दोर हुए दो प्रेमी एक हुए ना
प्रेम में राधा राधा के कृष्णा
दोर हुए दो प्रेमी एक हुए ना
फिर भी दुनिया कहती राधे कृष्णा
सिखाव ना हमको ऐसी पवत्रता तुम्हारी
सुनो श्याम प्यारे ये विन्ती हमारी
तरीके तुम्हारे ये विन्ती हमारी
रसती है आखियां दरस को तुम्हारी
कोई रूप लेकर अब चल याओ
कोई रूप लेकर अब चल याओ
नहीं तो निकल जाए जाने ही हमारी
कोई रूप लेकर अब चल याओ