इयानारे योग्ही कच्छनार्वा
तोहरी सुरतिया मे यही सन्बा जादू
दिलवा को समसे भैलिबा बेकाबू
तोहरी सुरतिया मे यही सन्बा जादू
दिलवा को समसे भैलिबा बेकाबू
दिल देबू किनाही का विचार्वा
�ồngर अठारह के पार्वा
इयानारे योग्ही कच्छनार्वा
पिरोंर अठारह के पार्वा
इयानारे योग्ही कच्छनार्वा
इयानारे योग्ही कच्छनार्वा
रोजे रोजे कारेलु बहाना सनम
छोई छोई के भाईल बामि जाहाज गरम
गवाना मे आईब जब होके सयान हो
जीबहर के गजाओ कारिहाने मान हो
अब काबो मे नही मन हमारबा
यही उमर अठारह के पारबा यहा नारे अभी कचनारबा
यही उमर अठारह के पारबा यहा नारे अभी कचनारबा
या नार यभी खच नार बढ़
भाऊजी तोहार कुछो सिखावाली नाही
हानी मुनमे का होला बतावाली का नाही
प्यार के खेला में इट रेस्ट नाही खेल
यी सब हमराला वेस्ट नाही खेल
दिल पाथर के लागे तोहार बढ़
नहीं उमर आठारह के पार बढ़
या नार यभी खच नार बढ़
अच्छा ठीक बा तैयार हो जाएद