प्यारी ये क्या पूछ लिया तुम्हें
आरे सुनित लहलिया के बोल अरे ऐसी ही गिरा सुनाई
आरे तुम पत्नी हाथ बतीरे क्यों रही हो पात्न बढ़ाई
मेरी नारी भेद को नाई छुपाऊंगो
और संधवन्यों को नाई छुपाऊंगो
ताते मत पूछें मेरी प्यारी गजव को बोला गिर जये
क्यों पूछ रही है मैं पती तु पत्नी ये तेरी साससुर ये महल आने वाले टाइम में राजा तु महराणी इससे अच्छा कुछ और चाहिए क्या
न
ये बताओ को तुम कौनसे गोत्र के हो तुमारा बंश कौनसा है और-और तुमारे असली मांवाप का नाम क्या है
ये जरूर है
न रोटी खाऊंगी तु न खाने दूँगी न सोँगी रात को न सोने दुँगी
लका कहने लगा तु पागल हो रही है
आँखों में आँसू है
कह रही है
राजकुमारी भेजन्ती
आरे हाथ तो औरिके
केन लगी
केन लगी
के बसलाई देवो
केरे प्रीतम
प्यारे
आरे पिन पूछे लगी
राज कटे लगी आँ
राज कटे
अरे राज कटे
लाएं पूछे
पिन मेरे होएं
गुझा ले
अरी मैना
वो लड़का बार बार कहता है
प्यारी լसलाई देवो
पूछो मत पूछो
आरे बलारी चित्पी कहन लगी
आरे बनलाई देओ मोए प्रीकम प्यारे
आरे बलारी चित्पी कहन लगी
आरे बलारी चित्पी कहन लगी
आरे बलारी चित्पी कहन लगी
मति मोधन पानी बिशिराओ
हम कले बाग में बताईंगे
मति मन में उदासी तुम लाओ
आरे राते भी दिगई धंगट में
सिरी सूर्य ले किरण पसारी है
पेर पकड के नारी बोली
देओ यपनों भेद युचारी है
एक चला बाग खुई ओ राजास
कोई अपना में न बताईंगे तुम
क्या गोत्र तुमारा है प्रीतम
और धीरे से समझाईंगे तुम
एक बार लड़के ने फिर हाथ जोड़े
है अरी मैना मुझ जित्ती ओरत
तरस नहीं आ रहा है उस लड़के पर
चंदर सेन बार बार हाथ जोड़ता है
के भद्रे मत पूछो मत पूछो
मत पूछो लेकिन बोल नहीं मानती है
आज बाग में लेकर के अपनी पत्नी को
चला है सामने नदिया बहरी है और मासाब
इतना गर्दन तक वो नदी में जाकर
के खड़ा हो गया है फिर भी कह रहा है अब भी तुमारे हाथ
में मौका है अगर मैंने बता दिया तो मैं तुमें कभी नहीं मिलूंगा
बोली बताओ बताओ सुनो देखो अरे लाला ने तुमकी लगाई
बोली बताओ बताओ सुनो देखो अरे लाला ने तुमकी लगाई
फिर एप्सूरत में आरे को दिखाई
मैंना बोली क्या मर गया तोता बोला मरा नहीं
अरे नागबल की गोहें बिलाई अरे वेजन की रही घवडाई
हाँ जो तुम सोच रही हो मैंना वही बात बेजनती सोच रही है कि आत्मात्या कर ली
और आत्मात्या करने के बाद उपर आए क्यों नहीं रोने लगी
रूप नाग को धरके जल में गो समाए
बेजनती रोने लगी उत तोता रो
सुन में ना वह लड़का नाग था नाग बंसी था अपने बंच की ओर चला गया
मानव दिए त्याग दी और इधर रो रही है बेजनती
हारे मेरे प्रीतम प्राण यद्हारे
हारे मेरे प्रीतम प्राण यद्हारे
तुम अभिन कैसे धीज़ दखुँँगी
ये तो ये परवास्ता ये क्या हो
मेरे प्रींतम प्राण यदावे
तुम अभिन कैसे नात रखुँँगी
ये तो ये परवास्ता ये क्या हो
अरे प्रींतम आके दरस दिखाओ
प्रींतम आके दरस दिखाओ
मो प्यारी को गले लगाओ
कैरारी वोईवै आशुडारी
तुम अभिन कैसे नात रखुँँगी
काओ
अरे पेत पकड़िके
रोई गई रोनी
अरे समझाई
एक ने रोई गई रोनी
मेरो है लो जीवन ख्वार तुम विन कैसे ना धर्म
कि दोस्तों कि राजकमारी बैजंती तडबती रही उनके दिल में एक ही आशंका है कि मेरा पति डूब गया है
कि साइड बता नहीं पाए कि कौन से बंच के हैं कौन सा गोत्र है साइड सरम के माने डूब के मर गए या कहीं
चले गए मुझे दीखे क्यों नहीं
और दोस्तों जब ये ख़बर नगर में फैली है तो परिवार का रोकर के बहुत बुरा हाल है
महराज और महरानी एकलोते बेटा की याद में तडब रहे हैं
अरे करी बेटा पियादी
मात पिता ही लगी भरी लोए दे
अपनो लाला
ए मेरे लाल कहां चले गए हमें छोड़के
अरे करी बेटा की याद में सब ले खोई रहे ही लगारी खोए दे
इतनो गुख ले गए लला क्या भी दबी जगे खोए दे
अरे योट में योटी खाता पच्छा न पहर में
अरे पहर में न सेल पानी दे
अरे अपने संग में लगाई ले ओ पच्छा ना ख़बो भी न लगाई ले
एक से दीयन धर में पानी को बने लगाई मेरोग खोईदे
अरे एसी क्या गलबली
तीप बन गई जो लला बनो निरमोई रे
निकल के चला गया सब लोगों का रो रो के बुरा हाल है
बिनलाल के महल में रोवे सब परिवार
तोता में ना सेख है काफ़िदील की करता
दोस्तों
मरे के साथ मरा तो जाता नहीं
लेकिन सब मरे हुए से ही रहते हैं
राजकुमारी बैजन्दी का दिल नहीं लगता है
वो लोगों से कहती है
कोई मेरे पती का मुझे कोई पता बताएगा
मैं उसे माला माल कर दूँगी
तो दोस्तों
एक बावा थे
जो
एक पेड के नीचे
घर से रूट के मरने के लिए चले गए
रात्री में वही
सोचने लगे यहीं मरूँगा
लेकिन प्राण तो
बड़ी मुश्किल से निकलते हैं
नहीं मर पाए
पूरण मासी की रात थी
आदी रात के समय
वही नाग
जो साथ सपेराओं ने निकाले थे
वो निकल निकल के अपनी आप आने लगे हैं
पूरण मासी की रात को
और वो
लड़का भी आया
जो
राजा का लड़का चंदरशेन बना था
तभी नाग लोग
पंचायत करते हैं
सभी नागों ने एक बात कही
के नाग राज
बोले
सुनो भाई
और ये की
अजबू
हमाली मानी
नाग राज बोले
सुनो भाई
तो बाबा घर से मरने के लिए गए थे
उनके सामने का ये नजारा है
मेरी सुन लईओ
तुम पागी हैं
और बड़ी मुश्किल से मेरा लड़का आया है
कि लाला की
करें सगाई
है
दूड़ो कोई
नाग राजी है
बेबाबा आये तो मरने थे
लेकिन जब नागों की पंचाय देखी
मासाब
लेकिन जब नागों की पंचाय देखी
पूरलमांसी की रात को तो वो नाग मानव देह में आ गया तो जो मरने गए थे उन्होंने तो पैचान लिया बोले ही तो राजा का लड़का है तो वो हाथ जोड़के चंदर सेन बोला है कि मैं नागवंसी हूँ मैं आपका पुत्र हूँ लेकिन मेरी एक बिंती है क्या कि मेर
मेरी साधी अभी मत करो नाग पुत्र कहने लगा सुनो पिता चित लाए एक पूर्ण माय और दो फिर करियों मेरों व्याय एक महीना का टाइम और दो मेरे लिए कोई लड़की मत ढूंढो
आरे बजे सुबह के चारे आरे सभी दरवारी चले गए
आरे बजे सुबह के चारे सभी दरवारी चले गए
आरे बंद बहो दरवार चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चले गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
आरे बंद बहो दरवारी चंग्रशेन अकेले रही गए
के पेरों में बड़की ओ देवी
हर अववले पत को मान लेना
अच्छा हां तो मैं ना मैंने उस लड़की की मदद की मन तो नहीं कर रहा था कि वह जिद्धी है
अच्छा फिर क्या हुआ पूरोड़वांसी की रात लगी आई नागों का दर्वार लगा है कैसा है वो दर्वार
आरे
नागर्यले राँ
आरे
इरा'
आरे नागर रहे नहीं राई
आरे अब ले प्रीतम रहे लखी पाई
आरे चेहरा तूझी वो लड़की तो
आरे पेटे मेरे हैं भस्तार
आरे बढ़के तब पती में बहती
काहे तोचे गए भस्तार
आखों में आसू हैं चंदरशेन के
और बोले अगर तू मुझे चाती है
तो ये मेरे पिता है मैं नाग बंदी
हूँ अगर मैं तुझे वहाँ बता देता
तो कभी मानस नहीं बन पाता इस तमें
मैं अपने पिता की छत्र छाया मैं
आजाद हूँ और भेज बदले मैं निपुड हूँ
अगर मुझे चाती है तो इनसे माँग ले
और बोली है ससुर शाग से
अरे पेटने लला अरे लगतों क्या ये लाटी लगे पिता तुम्हार
अरे किल सेंग या वो करत हो इनको
किल के संग में बैठूंगी जाए
अरे पेटने लला अरे लगतों क्या ये लाटी लगे पिता तुम्हार
अरे मैना आशू टपका रही है
अच्छा फिर फिर क्या था नागों को दया गई
बोले ये पेले से ही साधी सुदा है
इसने अपने बंज की कन्या को छोड़के
दूसरे बंज की मानों की लड़की से साधी की है
और हम नाग हैं
अब हम तुझे किसी नाग कन्या के साथ भामर नहीं डलवा सकता है
तु चला जा जा
पिता ने अपने बेटा चंदर शेन को विदा कर दिया के जाओ
अब तुम्हारे वही माबाब है
अब तुम्हारे वही माबाब है
अब तुम्हारे वही माबाब है
अब तुम्हारे वही माबाब है
अब तुम्हारे वही माबाब है
इंतजार करें
आने वैली अगली कहानी का
रिपीट में मैना क्या अंसर देती है
मर्द कितने खतरनाक होते हैं
इंतजार करें
महाराज हमारो
अरे भारते ना
अरे गाव सुहावली
दिला यली गड़ में पढ़ता तेरों का
अरे कथा पहागवती कहते हैं
कथा पहागवती कहते हैं
पौन बजर भीखे
बल पे पूरी दुनिया
दुनिया
रहोंगे
पड़ साथ
श्रीबा बात
सुधीर भाईसाथ जी रुकॉडिंग कर रहे हैं
श्रीबा राजु अत्यापक जी धनकार दे रहे हैं
और
छोटे भय्या सुखभीर जी
ढ्भोलक बजा रहे हैं
ते तेरी रोनधन रोनधन ओई कनजीया बादि गई इंदेशनीया
ते तेरी रोनधन रोनधन ओई कनजीया बादि गई इंदेशनीया
तेरी रोनधन रोनधन ओई कनजीया
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