ताहरा भी न जीना पाई बजान हो जहान में
तू जईब ससुरा हों जैब समसान में
लग जाई दाती हमरा कुल खानदान में
तू जैब ससुरा हों जैब समसान में
तू जैब ससुरा हों जैब समसान में
एक तीने के जारे दूगो डोली उठी
एक तीने के जारे दूगो डोली उठी
एक
पलंग पाईगो चीता पसूती
दुबारा मिला नवा हमसे होई
आसमान में
दुबारा मिला नवा हमसे होई
आसमान में तू जैब ससुरा हों
जैब समसान में
तू जैब ससुरा हों जैब समसान में
जो खमी जीते हैं अंदर से नेकी बड़ी काराभू
एगो
बसाईब हूँ एगो
घर तू जैब ससुरा हूँ
प्यारा में पिन्टू से नेकी बड़ी काराभू
एगो बसाईब हूँ एगो घर तू जैब ससुरा हूँ
अगिये लगवालू तूता दिल के दलान में
तू जैब ससुरा हूँ जैब समसान में