राणी विद्याधर्नी जो मेरे बच्चनों की लाज का सवाल है तुझे आज आरा लेके मेरे साथ अपने सुद्ध को काटना होगा
पिया जी अपने सुद्ध को कैसे काट रूप है
राणी जो बच्चनों की बात है आज मेरे मान तुझे हर तरह से रखना होगा
पिया जी ये तो मैं नहीं किसी के महा की बस की नहीं है और अपनी बात को कहा दीजे
खुल ले मेरी बात
विद्या धर्नी नार बकडले आराहाथ मैं
कैसे थामू पिया चुबे मेरे सुद्ध के गात मैं
कैसे थामू
पिया चुबे मेरे सुद्ध के गात में
विद्याधर्नी नार पकड़ले आ रहा हत में
कैसे तामू पिया चुबे मेरे सुद के गात में
कैसे ताऊं पिया चुबे मेरे शुत के गात में
नू ता मैं भी जानू हूँ पर बहुत बड़ी लाचारी
पेट भड़के जाया था
कैसे चीर रहेगी महतारी
दरम की खातरे मोह छोड़कर चीरन की तयारी
मिलती को ना भी आँ जगत में ये सन्तारू धारी
मिलती को ना भी आँ जगत में ये सन्तारू धारी
मिलती को ना भी आँ जगत में ये सन्तारू धारी
दर पे खड़े भिकारी देते दर पे खड़े भिकारी देते तुतले दात में
खुद जाए नशीरू कोन्या हिमत मात में
गाणी हमारा जी
आज हमारा सथ जमाय जा रहा है
आज तुझे आरा लेके मेरे साथ फिला होना पटेगा
बिया जी ये मेरे नहीं हिमत में है
तुझे अपने पस्तर के छाती करने होगा
मेरे दान की चर्चा सुन दोसा धूदर पे आए
ऐसी नहीं मिशाल किसी के बूत संच ने खाए
आवेगा वो सेरे जिसे वो साधू संग मैल आए
खीर खांड के वोजन से पिया जाते संद जिमाए
अरे अपनी भूम
की मिट्टाये सेरियो Nere साथ मै
ब्रह्ण लिकड़ जां माता के पिया सुद्ध की चाहत मै
ब्रह्ण लिकड़ जां माता के पिया सुद्ध की चाहत मै
प्राण प्यारी नाव
माड़
आज मारे अर्मानों का परवध हाया जारा है
महराज, अपने गलोधे बुद्र को कैसे सेर के मुझे दे दू
सबर कर रहनी, और मेरी बातों
प्राणों प्यारी नारियाज महरा तत्य अजमाया जारा
एसा भी के सत साजन मेरा बेटा खाया जारा
मोर्डज के अर्मानों का परवध ढाया जारा
जिसकी कीमत नहीं मेरा वालाल का पाया जारा
सर का ताजी बहाया जारा
सड़ का ताजे बहाया जारा
भाया जारा खोटी चात में
भूम बराबर दिल होता आरत की चात में
राणी संतों का एक और कहना है
क्या माराज
आरा चला दिपार आखों में आसुमें नहीं आने चाहिए
ये कैसे हो सकता है माराज
अपने बेटे को चीर दे हमें आसुमें नहीं निकलेंगे
पत्तर दिल करना पड़ेगा राणी की जाज
सुलने मेरी बार
संतों का कहना है आखों में आसुमें नहीं हो गोरी
पत्तर दिल कर लिया भी हम मेरे
दिल में
धक धक होरी
मैंने पत्तर दिल कर लिया पिया मेरे
दिल में धक धक होरी
अरे दान करन का रुपता से
मेरे बचनों की कमजोरी
यारा छुट छुट जाए आज दुखी
या की लुटेट जोरी
ना गड़ें
इननर पाले बीलोरी
पूच दात मैं
दोँगे साझन साथ गिनो चाहे
तारे रात में
मैं दोँगे साझन साथ गिनो चाहे
तारे रात में
विज्जाधर मी नार पकडले
आराहारा
कैसे कामू पिया चुबे मेरे सुत्के गात में