होता कस्त फस माया जाल राखो खडग नाम का पास
नाम से दूत डर कर भागे भागे शत्रु जो योधा पाके
शत्रु की हार से हो लास दुविदा मिटाए कमल प्रकाश
अस्त कमल जिसे है दिख जाता रंग से वो राजा बन जाता
देखे ब्रह्मा जो इस स्थान भैर मिटे तब हो निर्वान
अस्त कमल का भेद बताऊं अजपासो हम प्रभाव दिखाऊं
मूल कमल दल चार है सटते निवास जहां गनपत है करते
रिदि सिद्धी रहती यहां पर छैसो जापों अजपा वहां पर
छैदल कमल है दूजा प्यारा ध्यान लगाओ इस पर सारा
सावित्री ब्रह्मा रहते यहां पर छैहजार जाप करो वहां पर
तीन कमल दल आठ है हरी लक्ष्मी जहां संग में
छैसा हस्त जहां होई अजपा दर्श देखो अंग में
कमल चौथा द्वादश दल शिव का जहां निवास हो जान भक्ति कर लोक पहुंचे
छैसा हस्त जब जाप हो फैले कमल प्रकाश सोला दल कमल वहां रहे
आत्मा कहो निवास हजार आजपा जप इनको कहे
तीन दल है छट दल के पास सरस्वति जहां करे निवास दो सो एक जप यहां पर होई जाने भेदिये विरिला कोई
भोर गुपा में जल का प्रमाण सातमें कमल का ये स्थान एक हजार जप यहां है होते ब्रह्म भी यहां निवास है करते
ही साधे यहां पर योग करेंगला पिंगला सुख भोग साथ कमल जाने सब कोई आठ में बिन ना मुक्ति होई सत गुरु
बिन कोई भेर ना पाए नाम प्रताप से योग आए काया से जो मोह हटाए जी वो भागवान कहलाए
बहु भाती रिशी मुनियोग साधे मुखत मोह से ना हुए वो काया में टी ध्यान में नहीं काग हुए सब हनस वो
पक्षी होई तब वो महा बलィ नाम बिना तो काग हो पक्षी त्याग जो नाम साधे हनस होई वड़े भाग हो
पक्षी बना फर ने नहीं
करके योग अपार नाम को जो पाए जपे योग का हो जियार
भाग्यवान पक्षी ने ना पाके देखे जग यहां वहां पे जाके
पर स्वय भाव ने नो का ऐसा देखे वही गुरु कहता जैसा
सत्य शब्द हे नाम जो पाए जप करके इसे लोकि सिधाए
भक्त जपे जो सच्चा नाम भाग्यशाली ना उसके समान
अब बाहर का हाल बताएं कमल घ्यान का गुरु खिलाएं
छे सो एक एक सो बीज अजपा जाप से मिलते इश्ट
देव रिशी साथ कमलों
को माने अस्ट कमल ना ये सब जाने
इस विधि अजपा तत्व साधे वश करे पाँचों तत्व को
रुनक जुनक बाजे आदी अक्षर बाजे दिम करतार हो
शट चक्र साधे देह में तब जोग मुद्रा सार हो
प्रेम का बाजे पथावज प्रती दिना तत्काल हो
जो मुक्ती के लिए आत्म जीव को मिठाए
जो मिले नदी सिंधु में वो ब्रह्म में समाए